Mehta, Shailendra RajKasilingam, DharunMehta, RooshabhYagnik, ShaileshVani, Vina2024-02-132024-02-132021http://ir.mica.ac.in/handle/123456789/7861भारत में, सामाजिक -आर्क सांख्यिकीय डेटा को विभिन्न स्रोतों के माध्यम से एकत्र किया जाता है जैसे कि जनसंख्या जनगणना, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण और आधिकारिक सरकारी डेटा। डिजिटल तकनीक की प्रगति ने सांख्यिकीय डेटा की आसान पहुंच और उपलब्धता को सक्षम किया है। हालांकि, इस तरह के डेटा में कई कारणों से अंतर मौजूद होता है। ऐसे अंतर की वजह से यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि विभिन्न हितधारकों जैसे व्यवसायों, नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को सक्षम बनाने के लिए हर समय सटीक और अद्यतन किया जाए ताकि वे सतत विकास में प्रभावी रूप से योगदान कर सकें । भारत में पिछले कु छ वर्षों में सामाजिक-आर्क विकास में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हालांकि, यह भी स्पष्ट है कि कु छ राज्यों, ज़िलों और गांवों ने दूसरों से बेहतर प्रदर्शन किया है जिससे समाज असंतुलित हो गया है। भारत के ऐसे भौगोलिक क्षेत्र जो आगे सुधार की गुंजाइश रखते हैं, या विकास और व्यापार निवेश की क्षमता का प्रदर्शन करते हैं, उनकी पहचान के लिए और विभिन्न क्षेत्रों में तुलना की जा सके ऐसे सांख्यिकीय संके तक होना सर्वोत्तम है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, MICA-The School of Ideas ने “सामाजिक-आर्क रिपोर्ट 2021” प्रकाशित की है जिसमें प्रति राज्य एक खंड शामिल है। यह रिपोर्टसारे राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में सभी ज़िलों के लिए 62 संके तक प्रस्तुत करती है।otherindividual data for each stateagricultural indicatorscommercial indicatorsdemographic indicatorsindustrial indicatorsmode of transportationreligion indicatorscensus of India 2011 social indicatorsfinancial indicatorshouseholds with basic amenitiescomparison of variables across districtsसामाजिक आर्थिक रिपोर्ट २०२१ (Socio economic report 2021